भूमि आधार लिंक : राजस्व विभाग की ओर से एक नई पहल शुरू की गई है, जिससे अब न तो कोई आपकी जमीन की फर्जी रजिस्ट्री करा पाएगा और न ही कोई आपकी जमाबंदी से फर्जी तरीके से रसीद काट पाएगा. राजस्व विभाग ने अब सभी रैयतों की जमाबंदी को आधार कार्ड से जोड़ने की तैयारी कर ली है. इसको लेकर संबंधित राजस्व कर्मचारियों को आदेश जारी कर दिया गया है. जमाबंदी में आधार कार्ड लिंक होने के बाद जमीन से जुड़े कई तरह के फर्जीवाड़े पर रोक लग सकेगी.
आधार लिंक के लिए देनी होंगी ये चीजें
जमाबंदी रैयत की जमीन को आधार कार्ड से जोड़ने के लिए राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ओर से संबंधित अधिकारियों को अधिक से अधिक आधार को जोड़ने का निर्देश जारी किया गया है. इसके लिए जमाबंदी रैयत को अपना मालगुजारी रसीद के साथ आधार कार्ड की फोटोकॉपी और अपना मोबाइल नंबर हल्का कर्मचारी को देना होगा. इसके बाद हल्का कर्मचारी द्वारा जमीन की जमाबंदी को रैयत के मोबाइल नंबर व आधार कार्ड से लिंक कर दिया जायेगा.
जमाबंदी रैयत की मृत्यु पर करें ये काम
जमाबंदी पंजी को आधार कार्ड से जोड़ने में सबसे बड़ी समस्या यह है कि अभी भी कई ऐसे जमाबंदी उपलब्ध हैं, जिनके रैयत की मृत्यु हो चुकी है और लगान रसीद उनके नाम पर ही कट रही है. इससे निपटने के लिए राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग उस जमाबंदी खाताधारक की पंजी को उसके निकटतम रिश्तेदार के आधार कार्ड से जोड़ने की तैयारी कर रहा है.
लेकिन इसके लिए उन्हें कई प्रक्रिया से गुजरना होगा. इस संबंध में जानकारी देते हुए हल्का कर्मचारी इमरान शेख ने बताया कि वरीय अधिकारी व विभाग द्वारा सभी कर्मचारियों को निर्देश जारी किया गया है कि रैयतों की जमीन को आधार कार्ड व मोबाइल नंबर से जोड़ने का काम जल्द से जल्द शुरू किया जाये. यथासंभव। ऐसा करने से रैयत को कई लाभ मिलेंगे और फर्जीवाड़ा रोका जा सकेगा.