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डेस्क: बिहार के छात्रों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है. खासकर इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक करने वाले छात्रों के लिए, क्योंकि राज्य सरकार इन सभी छात्रों के लिए एक नई सुविधा लेकर आई है, जानकारी के अनुसार राज्य में नए खुलने वाले इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक कॉलेजों के छात्रों के लिए भी सरकारी छात्रावास उपलब्ध है. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की मांग पर भवन निर्माण विभाग शामिल खर्च का आकलन कर रहा है।
विभाग के इंजीनियर ने सभी कार्यपालक अभियंताओं को इसमें खर्च होने वाली अनुमानित राशि की रिपोर्ट भेजने को कहा है, आपको बता दें कि सरकार हर जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज और पॉलिटेक्निक संस्थान खोलने की तैयारी कर रही है. पॉलीटेक्निक संस्थानों का विस्तार करते हुए हर अनुमंडल में भी यह सुविधा उपलब्ध कराने की तैयारी की जा रही है।
प्रत्येक कॉलेज में 1200 छात्रों के ठहरने की व्यवस्था होगी: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया है कि इन कॉलेजों के लिए कितने छात्रों को आवासीय सुविधा की जरूरत है. सभी 38 जिलों में इंजीनियरिंग कॉलेज खुल रहे हैं. प्रत्येक महाविद्यालय में 12 सौ विद्यार्थियों की शिक्षा की व्यवस्था की गई है। एक तिहाई सीटें छात्राओं के लिए आरक्षित हैं। इस लिहाज से हर कॉलेज में 1200 छात्रों के ठहरने की व्यवस्था होनी चाहिए। इनमें 400 सीटों की आवासीय व्यवस्था छात्राओं के लिए होगी।
पॉलिटेक्निक कॉलेज में छात्रावास यह होगी व्यवस्था : बता दें कि प्रदेश के 44 पॉलिटेक्निक संस्थानों में छात्रावास की भी व्यवस्था होगी. एक पॉलिटेक्निक को कुल 900 छात्रों के लिए छात्रावास की व्यवस्था करने को कहा गया है। इसमें 300 लड़कियां होंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने कहा है कि यदि इन संस्थानों के पास छात्रावास के लिए जमीन नहीं है तो उसके लिए भी राज्य सरकार व्यवस्था करेगी.
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