[ad_1]
डेस्क: अगर आप बिहार से हैं, और बालू के बढ़ते दामों के कारण बालू नहीं खरीद पा रहे हैं, और घर बनाने में मुश्किलों का सामना कर रहे हैं, तो घबराएं नहीं, इस खबर को पढ़ने के बाद आपकी सभी परेशानियां दूर हो जाएंगी। क्योंकि बिहार के 8 जिलों में बालू खनन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. अब रेत की कीमत बहुत सस्ती हो जाएगी।
जानकारी के अनुसार प्रदेश के 8 जिलों के 103 नए बालू घाटों में खनन शुरू हो गया है. इनमें राजधानी पटना, औरंगाबाद, रोहतास, गया, भोजपुर, सारण, जमुई और लखीसराय जिले शामिल हैं, इन जिलों में बालू खनन शुरू होने के साथ ही उचित दरों पर पर्याप्त मात्रा में बालू उपलब्ध होने से निर्माण कार्यों में तेजी आएगी, 150 रेत घाटों की ई-नीलामी प्रक्रिया चार दिसंबर को पूरी हुई थी।
आपको बता दें कि फिलहाल 103 घाटों के ठेकेदारों को मिल चुका है, अन्य बालू घाटों के लिए सीटीओ सर्टिफिकेट भी अगले सप्ताह मिलने की संभावना है, जिसके बाद वहां से भी खनन शुरू हो जाएगा. अब रेत की कीमतों में गिरावट की आशंका जताई जा रही है। है। जानकारी के अनुसार, खनन राजस्व में वृद्धि के बाद पटना, भोजपुर, सारण, रोहतास और औरंगाबाद के पांच जिलों में बसने वालों ने 1 मई 2021 से बालू खनन बंद कर दिया था, जबकि गया जिले के नदी घाटों के आबादियों ने पहले भी रेत खनन किया था. . खनन बंद कर दिया गया।
हालांकि बिहार राज्य खनन निगम लिमिटेड ने 19 व 20 दिसंबर को 8 जिलों के शेष बालू घाटों की ई-नीलामी का समय निर्धारित किया है, जिसमें वैशाली, बक्सर, नवादा, मधेपुरा, अरवल, किशनगंज, बांका और बेतिया जिले शामिल हैं. इन जिलों में भी एक एजेंसी को अधिकतम 2 बालू घाट या 200 हेक्टेयर, जो भी कम हो, मिलेगा।
[ad_2]