[ad_1]
डेस्क: बिहार के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है. अच्छी खबर यह है कि बिहार में एक बहुत बड़ी फैक्ट्री खुलने जा रही है, यह फैक्ट्री बिहारी नहीं बल्कि एशिया की सबसे बड़ी फैक्ट्री होगी. इसमें लाखों मजदूर एक साथ काम कर सकेंगे, अब बिहार के लोगों को दूसरे राज्यों में पलायन नहीं करना पड़ेगा. आपको बता दें कि बिहार में उद्योग की मांग काफी समय से होती आ रही है, इसी बीच उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने बिहार की जनता को एक बड़ा तोहफा दिया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार के भोजपुर जिले के गढ़नी, देवधी में स्थित बिहार डिस्टिलरीज एंड बॉटलर्स कंपनी एशिया में सबसे ज्यादा एथेनॉल का उत्पादन करेगी. इतना ही नहीं यह फैक्ट्री प्रतिदिन चार लाख लीटर एथेनॉल का उत्पादन करेगी। अधिकारियों के मुताबिक अगले साल मार्च से उत्पादन शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है. कंपनी पहले से ही प्रतिदिन 2.5 लाख लीटर एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल (ईएनए) का उत्पादन करती है।
आपको बता दें कि भोजपुर की कंपनी की क्षमता न सिर्फ बिहार बल्कि एशिया की सबसे बड़ी एथेनॉल बनाने वाली चंडीगढ़ डिस्टिलरी एंड बॉटलर्स कंपनी से भी ज्यादा होगी. चंडीगढ़ स्थित कंपनी प्रतिदिन 2.5 लाख लाख लीटर का उत्पादन करती है। कंपनी द्वारा जिले में एथेनॉल के उत्पादन के लिए ढाई सौ करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। इससे बिहार सरकार को हर महीने 3 करोड़ 40 लाख रुपये का राजस्व मिलेगा. कंपनी के मुताबिक पिछले प्लांट में तकनीकी बदलाव किए गए हैं। इससे पहले भी कंपनी 150 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है। कंपनी में पहले ही 350 लोगों को रोजगार मिल चुका है। एथेनॉल के उत्पादन से 150 नए लोगों को रोजगार मिलेगा। वहीं परोक्ष रूप से करीब चार सौ लोगों को रोजगार मिलेगा।
आपको बता दें कि भोजपुर, रोहतास, कैमूर और बक्सर जिले चावल के कटोरे कहलाते हैं। यहां राइस मिल से बड़ी मात्रा में चावल बनाए जाते हैं। चावल के अवशेष जो चावल के छोटे-छोटे टुकड़े होते हैं। बाजार में इसकी कीमत न के बराबर है। हालांकि पूर्व में भी कंपनी को उपरोक्त जिलों से कच्चा माल मिलता रहा है। आपको बता दें कि इथेनॉल का उत्पादन गन्ना, चावल और सड़ा हुआ भोजन है। एथेनॉल का बाजार भाव 55 रुपये प्रति लीटर है। इस पर सरकार को जीएसटी मिलता है।
[ad_2]