सब्जियों के दाम : किसानों से लेकर आम लोगों तक को मानसून की मार झेलनी पड़ रही है. इस बार मानसून काम ज्यादा और नुकसान ज्यादा कर रहा है. इसका सीधा असर फसलों और सब्जियों पर देखने को मिल रहा है. बाढ़ और भारी बारिश के बाद सब्जियों के दाम दिल्लीवालों को रुला रहे हैं.
दिल्ली के बाजारों में सब्जियों की कीमतों में अभी तक कोई गिरावट देखने को नहीं मिली है. सब्जियों के दाम इस हद तक बढ़ गए हैं कि एक महीने पहले तक जिस रेट पर एक किलो सब्जी मिलती थी, अब उस रेट पर आधा किलो भी नहीं मिल रही है. हालांकि, राहत की बात यह है कि पिछले हफ्ते के मुकाबले इस हफ्ते टमाटर की कीमतों में गिरावट आई है.
दिल्ली-एनसीआर समेत देश के अन्य राज्यों में टमाटर अधिक रियायती दरों पर मिलने लगा है. पिछले गुरुवार से सरकारी केंद्रों पर टमाटर की कीमत 80 रुपये से घटकर 70 रुपये पर आ गई है. लेकिन इसके बजाय दूसरी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. बाकी सब्जियों के दाम में कोई गिरावट देखने को नहीं मिल रही है. शिमला मिर्च, फूलगोभी, भिंडी, अदरक, करेला, लौकी और कई अन्य सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी जारी है.
अब देखना होगा कि नीलामी का खामियाजा आम लोगों को कब तक भुगतना पड़ता है. फिलहाल इससे राहत की उम्मीद कम है.
सब्जियों के दाम से कब मिलेगी राहत?
नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (NAFED) और नेशनल कंज्यूमर कोऑपरेटिव फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NCCF) जैसे सहकारी संगठन अब इसे सरकार की ओर से बेच रहे हैं। आपको बता दें कि पिछले गुरुवार को सरकार ने टमाटर की कीमतें 80 रुपये प्रति किलो से घटाकर 70 रुपये प्रति किलो करने का फैसला किया था.
अब देखना होगा कि नीलामी का खामियाजा आम लोगों को कब तक भुगतना पड़ता है. फिलहाल इससे राहत की कोई उम्मीद नहीं है.