फॉर्च्यून धोखाधड़ी: आजकल कई छोटी कंपनियां हैं जो बड़ी ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर अपने उत्पाद बेच रही हैं। हालाँकि, जब ब्रांडेड कंपनियों या स्वामित्व वाली कंपनियों को इस बारे में पता चलता है, तो वे इस पर सख्त कार्रवाई करते हैं।
इसी तरह हाल ही में एक कंपनी अडानी विल्मर लिमिटेड कंपनी के फॉर्च्यून ब्रांड के नाम से नकली उत्पाद बेच रही थी। जब इस बात की जानकारी अडानी विल्मर लिमिटेड को हुई तो B2B प्लेटफॉर्म के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई गई और सख्त कार्रवाई की गई.
सर्वे में पकड़े गए नकली उत्पाद
अडानी विल्मर कंपनी अडानी ग्रुप की कंपनी है जो फॉर्च्यून ब्रांड का खाद्य तेल बेचती है। लेकिन हाल ही में कंपनी के मार्केटिंग ऑफिसर्स के सर्वे के दौरान कुछ नकली प्रोडक्ट पकड़े गए हैं जो एक B2B कंपनी बेच रही थी. जांच एजेंसी के जरिए गौतमबुद्ध नगर जिले के बादलपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है. पुलिस से शिकायत के बाद छापेमारी की गई और नकली उत्पाद जब्त किए गए.
छापेमारी में ये उत्पाद जब्त किये गये
पुलिस द्वारा की गई छापेमारी के दौरान 1 लीटर रिफाइंड तेल की 37 बोतलें, 1 लीटर सरसों तेल की 16 बोतलें और 1 लीटर फॉर्च्यून कच्ची घानी सरसों तेल की 126 बोतलें बिना ढक्कन के जब्त की गईं। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और नकली उत्पाद बनाने वालों की पहचान कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए कंपनी प्रशासन और उच्च अधिकारियों से बात करेगी.
कंपनी ने कहा कि नकली उत्पादों की जांच के दौरान नकली क्यूआर, बैच विवरण, पैकेजिंग सामग्री में कई महत्वपूर्ण विसंगतियां देखी गई हैं। ऐसे परीक्षणों के आधार पर नकली उत्पादों की पहचान की गई है।
कंपनी क्या बेचती है?
अदानी विल्मर कंपनी, अदानी समूह और सिंगापुर के विल्मर समूह के बीच 50:50 का संयुक्त उद्यम है। अडानी विल्मर फॉर्च्यून नाम से खाद्य तेल, गेहूं का आटा, चावल और चीनी जैसे खाद्य उत्पाद बेचता है। इसके अलावा हैंडवॉश, साबुन, सैनिटाइजर जैसी चीजें भी बेची जाती हैं। यह कंपनी भारतीय बाजार की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनियों में से एक है।