Friday, September 22, 2023
spot_img
HomeBusinessFake Medicine : अब QR कोड से पता कर सकेंगे दवा असली...

Fake Medicine : अब QR कोड से पता कर सकेंगे दवा असली है या नकली? जानें


Fake Medicine : फार्मा कंपनी ऐसी नकली दवाइयां बनाती है जिन को पहचानना मुश्किल हो जाता है। इन सभी दवाओं के कारण लोगों का स्वास्थ्य और भी अधिक बिगड़ गए हैं। नकली दवाएं बनाने वालों की अब खैर नहीं है क्योंकि DCGI ने अब एक ऐसी प्रणाली शुरू की है जिसके बाद आप मोबाइल ऐप के जरिए क्यूआर कोड स्कैन कर नकली और असली दवा का पता कर सकते हैं।

अब आप मेडिकल से दवा खरीदने के बाद QR कोड स्कैन कर अपनी संतुष्टि के बाद आराम से पेमेंट कर सकते हैं। इसे शुरू करने की तैयारी सरकार ने पिछले साल की कर ली थी लेकिन अब 1 अगस्त से 300 दवाओं के ऊपर QR कोड स्कैन लगाने का आदेश देते हुए इसकी शुरुआत करती हैं।

अब दवाओं पर लगेगा बार कोड

सरकार ने अब बड़ा फैसला लेते हुए ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक कंपनियों को आदेश जारी किया है कि वह अपनी दवाओं के ऊपर H2/QR लगाएगी। अब देश के DCGI ने दवा बनाने वाली कंपनियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि वह अब 1 अगस्त से बनने वाली नई दवाओं पर बार कोड अनिवार्य रूप से लगाएगी। सरकार द्वारा यह फैसला नकली दावों (Fake Medicine) को पकड़ने के लिए लिया गया है। लेकिन फार्मा कंपनियों को सरकार की तरफ से यह निर्देश साल 2022 में ही जारी कर दिए गए थे।

QR कोड से मिलेगी हर जानकारी

अगर कोई फार्मा कंपनी सरकार का यह निर्देश नहीं मानती है तो उसे पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा अगर आप इन दवाइयों पर लगे हुए QR कोड को स्कैन करते है तो आपको इनके बारे में सब कुछ पता चल जायेगा और इनमे काल्पोल, एलीग्रा, शेलकेल और डोलो व मोफ्टेल शामिल है।

इसके अलावा आदेश नहीं मानने पर बड़ी कंपनियों पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है। अगर आम दवाइयों पर लगे हुए यह QR कोड स्कैन करते हैं तो आपको दवाई की ब्रांड का नाम, जेनेरिक नाम, उत्पादन की तारीख, एक्सपायरी तारीख और लाइसेंस नंबर जैसी सभी जानकारी एक जगह मिल जाएगी।

नकली दवाओं पर लगेगी रोक

अगर दवाओं पर क्यूआर कोड लगाने की प्रणाली शुरू हो गई है तो अब इससे नकली दवाओं (Fake Medicine) को बनाने पर रोक लगाई जाएगी। इसके अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मण्डाविया ने भी ‘बर्दाश्त नहीं करने’ की नीति अपनाने को कहा है और सरकार इसे लेकर सख्त रुख अपना रही है। इससे लोगों तक नकली दवा नहीं पहुंचेगी और भारत की अर्थव्यवस्था में भी सुधार होगा।



Source link

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments